बेतिया इमामबाड़ा
मोहल्ला किला वार्ड नंबर 20 स्थित बेतिया राज इमामबाड़ा बेतिया पश्चिम चंपारण का ऐतिहासिक धरोहर महारानी जानकी कुंवर बेतिया द्वारा 18 वीं शताब्दी में इसके बनाए जाने की बात कही जाती है जब के शिलालेख यह पूर्ण रूप से स्पष्ट है दिसंबर 1925 में दोबारा बेतिया राज मैनेजर जी ई रदर फोर्ड द्वारा इसका निर्माण कराया था। आज भी बेतिया राज में बेतिया राजा के नाम पर एक मुहर्रम को एक ताजिया स्थापित किया जाता है जहां इमाम हुसैन के नाम पर कई धर्म ऍवम संप्रदाय के लोग अपनी मन्नतें मांगते हैं एक मोहर्रम से 10 मोहर्रम तक बेतिया राज का ताजिया रखा जाता है । मोहर्रम की दसवीं तारीख को या ताजिया कर्बला के मैदान में ले जाकर दफन कर दिया जाता है यह परंपरा काफी पूर्व से चली आ रही है । बेतिया राज इमामबाड़ा में सन 1980 से उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल चल रहा है। बेतिया के ऐतिहासिक धरोहरों में सबसे प्राचीन धरोहर यह बेतिया राज इमामबाड़ा है जो आपके सामने है । यह किला वार्ड नंबर 20 में स्थित है यहां मोहर्रम की 9 एवं 10 तारीख को विशेषकर 9 तारीख की रात में एक भव्य मेला लगता है जहां लोग इमाम हुसैन के नाम पर नेयाज व फातेहा करते आ रहे हैं बिहार के पश्चिम चंपारण का सबसे प्राचीनतम इतिहास में यह बिल्डिंग एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहर है जो बेतिया राज द्वारा बनाया गया था जिसमें आज तक बेतिया राज के नाम पर एक ताजिया रखा जाता है ।इन्हे भी पढ़े 👇👇👇
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